21 जून 2021

राज भारती (प्रसिद्ध हिंदी उपन्यासकार)


राज भारती जी अपने समय के बहुत मशहूर उपन्यासकार थे | राज भारती जी का ओरिजिनल नाम करतार सिंह था । वो पंजाबी सिख थे और उनका सात सदस्यीय भरा-पूरा परिवार था । बाद में उन्होंने दाढ़ी-मूँछ कटवा ली थी । राज भारती जी पश्चिम दिल्ली के पटेल नगर में रहते थे | उनका स्वर्गवास 27 सितम्बर 2011 को हुआ ।





राज भारती जी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में नौकरी करते थे । उनको लिखने का जूनून था । अपने इसी जूनून के कारण उन्होंने 1978 में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की नौकरी छोड़कर हिंदी पल्प फिक्शन लेखन में अपना करियर बनाया ।

राज भारती जी की पत्नी सरोज कांता जी ने राज भारती जी के लेखन के प्रति जूनून को इन शब्दों में व्यक्त किया था "वो पश्चिम दिल्ली के पटेल नगर में स्थित अपने घर में चाय पीते हुए पात्रों की कल्पना करते रहते थे। वो देर रात में लिखते थे । जब वो लिखते थे तो अपनी ही दुनिया में चले जाते थे - एक ऐसी दुनिया जिसे सिर्फ वो ही जानते और समझते थे ।"

इनका लिखने का जूनून ऐसा था कि एक समय पर इन्होने हॉरर के अलावा सब लिखना छोड़ दिया और चार वर्षों में राज भारती के रूप में 40 से भी अधिक हॉरर उपन्यास लिख डाले ।

राज भारती (करतार सिंह) जी ने सभी तरह के उपन्यास लिखे पर उनके फैंटसी और हॉरर नोवेल्स बहुत फेमस हुए थे । राज भारती जी ने अपने आप को हिंदी उपन्यास लेखन के पटल पर एक अग्रणी हॉरर और फैंटसी लेखक के रूप में स्थापित किया और इस श्रेणी में वो पाठको की पहली पसंद बन गए थे | इनके उपन्यासों की खासियत थी कि ये स्टोरी कुछ इस प्रकार लिखते थे कि पाठक का मन अधिकतर नावेल कम्पलीट करके के ही मानता था |


उन्होंने विभिन्न धाराओं (असामान्य और अलौकिक घटनाएं, पौराणिक कथाएँ, साई-फाइ, हॉरर, ऐतिहासिक घटनाओं इत्यादि) का अध्ययन किया और इनके मिश्रण से भूत-प्रेत, पिशाच और आत्माओँ से युक्त मायावी दुनिया की रचना कर पाठको को इस दुनिया की सैर करवाई | ऐसे कुछ उपन्यासों के नाम है:- स्वाहा, प्रेत की दुल्हन, पिशाच कन्या, रक्त भैरवी, पिशाच सुंदरी, प्रेत जाल इत्यादि.. | 


उनके हॉरर उपन्यासों की बिक्री अन्य हॉरर लेखकों के मुकाबले अधिक होती थी | उनके उपन्यास आज भी डिमांड में है | बहुत से पाठक उनके उपन्यासों का उदाहरण देकर प्रकाशकों से वैसे ही नए डरावने उपन्यासों की मांग भी करते है | उनके उपन्यासों को छापने वाले पुराने प्रकाशकों का मानना है कि राज भारती जैसा लेखक दुबारा मिलना बहुत कठिन है |


राज भारती जी ने कई पैन नामों से उपन्यास लिखे थे | उनका पहला उपन्यास सामाजिक उपन्यास "मुस्कुराहट कैद है" था जो करतार सिंह क्वारा के नाम से छपा था। राज भारती जी ने वेदप्रकाश कांबोज की विजय रघुनाथ सीरीज के पात्र को लेकर लिखना शुरू किया था। उन्होंने S KUMAR के नाम से भी काफी जासूसी उपन्यास लिखे और सावन के नाम से सामाजिक उपन्यास भी लिखे थे।


अपनी अलग पहचान बनाने के बाद उन्होंने थ्रिलर उपन्यास, अग्निपुत्र सीरीज, कमलकांत सीरीज, इंद्रजीत सीरीज, आनंद बेदिल सीरीज, अभय वर्मा सीरीज, गोकुल पांडे सीरीज, हॉरर, करण धारीवाल सीरीज, प्रीतम शौरी सीरीज, सागर सीरीज, सागर पुत्र सीरीज, शालियार खान सीरीज, समीर साहनी सीरीज, संग्राम सीरीज आदि बहुत सी सीरीज राज भारती के नाम से लिखी। इनमे अग्निपुत्र, कमलकांत और संग्राम सीरीज ने राज भारती जी को नई और विशिष्ट पहचान दिलवाई । 


जितनी अधिक सीरीज और पात्रों की रचना राज भारती जी ने की है, उतनी शायद ही किसी अन्य लेखक ने की होगी ।


अग्निपुत्र सीरीज एक ऐसे अमर प्राणी अग्निपुत्र पर आधारित है जो न जाने कितनी सदियों से जीवित है | आसमान के सितारे उसके दोस्त है, | आग उसे जलाती नहीं बल्कि शक्ति प्रदान करती है | समुद्र उसे अपनी गोद में पनाह देता है | वायु उसे नुकसान नहीं पहुंचा सकती | अग्निपुत्र बहुत बलशाली है | उसके जिस्म अभेद्य है जिस पर किसी हथियार का प्रभाव नहीं होता है | केवल जादू ही उसकी कुछ हद तक कमजोरी है पर जादू भी उसे कोई शारीरिक या मानसिक हानि नहीं पहुंचा सकता है | अग्निपुत्र सीरीज में अग्निपुत्र प्रोफेसर और उसकी दो बेटियों को अपनी सदियों की गाथा सुनाता है।


अग्निपुत्र सीरीज के उपन्यास :-

1 मायाजाल

2 महामाया 

3 महादंड 

4 महाकाल

5 खुदा का बेटा

6 महाबली

7 महाक्रोधी

8 महारथी

9 महायोगी

10 महामंत्र

11 महादह

12 महापाप

13 महाविनाश

14 महासंग्राम

15 महाकांड

16 अग्निपुत्र

17 अग्निकुंड

18 रक्तपात

19 रक्तमंदिर

20रक्त धारा

21 रक्तसिंदुर

22 रक्तसागर

23 शांग्रिला

24 रक्तपिपासु

25 रक्तरेखा

26 रक्तआहुति

27 रक्तकलश

28 रक्तकुंडली

29 रक्तसुंदरी

30 रक्त आत्मा

31 रक्त मुंड

32 रक्त सुरा

33 मृत्युंजय

34 रक्तांचल

35 रक्त देव

36 रक्त भैरवी

37 रक्त मंथन

38 मृत्युराग

39 मृत्युदश

40 मृत्युधाम

41 मृत्युजाल

42 मृत्युरथ

43 मृत्युद्वार

44 शाही रक्कासा

45 मिस्त्र की शहजादी

46 सफेद कबूतरी

47 मल्लिका का ताज

48 शाही जल्लाद

49 ताजपोशी

50 जादूगरनी

51 दोधारी तलवार

52 तौर ग्रह के हत्यारे

53 तौर ग्रह के देवता

54 तौर ग्रह के बंजारे

55 मंगोल सुंदरी

56 तौर ग्रह के छापामार

57 अभिसारिका

58 सुर्ख सैलाब

59 सरहदी भेड़िए

60 शिकारी मलिका

61 तौर के लुटेरे

62 रेगिस्तानी कबीले की मलिका 

63 हुंकार

64 आमरा

65 आमरा का इंतजाम

66 विनाश चक्र

67 बिल्ला हरुमा

68 शिंगुर के दरिंदे

69 शाबा

70 शंखनाद



कमलकांंत सीरीज में भँवरे जैसी फितरत वाला मुख्य नायक कमलकांत आपराधिक संगठनो से टकराता है | इन संगठनो के पास विचित्र शक्तियां भी होती है | कमलकांत को ये दुश्मन लगभग नेस्तनाबूद कर देते है और उसे मरा हुआ मान लेते है | पर एक दिन कमलकांत फिर वापिस आता है और इनके सर पर तलवार बनकर लटकने लगता है | सीरीज में कमलकांत के जीवन में विभिन्न लड़किया/प्रेमिकाएं भी आती हैं और इन में से लगभग सभी के पास कोई न कोई शक्ति होती है | आरंभ के तीन उपन्यास ( चक्रव्यूह, चक्रवात, त्रिशूल ) उस समय ये सीरीज इतनी प्रसिद्ध नही हो पाई थी। लेकिन जब मनोज पब्लिकेशन ने इस सीरीज के 4थे उपन्यास जोरावर को प्रकाशित किया तो पहली बार इस सीरीज की बुक को क्रम नंबर दिए गए। दिल तो कातिल है उपन्यास के बाद चिड़ीमार नामक उपन्यास अनाउंस किया था लेकिन दुर्भाग्यवश वो पूरा होने से पहले ही राजभारती जी हमारे बीच नहीं रहे। 


कमलकांत सीरीज के उपन्यास :-

1 चक्रव्यूह

2 चक्रवात

3 त्रिशूल

4 जोरावर

5 खूनी आंखे कातिल हाथ

6 कहर आंखों का 

7 हाईकमांड

8 नीली आंखों के गुलाम

9 मौत का साज

10 अजनबी लोग अनजाने खतरे

11 नागिन

12 छछूंदर

13 गोली की रफ्तार

14 होश उड़ा दूंगा

15 काली बिल्ली

16 बवंडर

17 काठ की हांडी

18 नाक का बाल

19 खुदा खैर करे

20 अंधा खलीफा

21 करामती शे

22 तिगनी का नाच

23 तेरी गर्दन मेरे हाथ

24 मौत खड़ी तेरे द्वारे

25 विषकन्या

26 हिसाब बराबर

27 कातिल माने ना

28 काम तमाम

29 सारे दिमाग मेरे शिकार

30 दिल तो कातिल है

चिड़ीमार (अप्रकाशित)



संग्राम सीरीज में आपको मुख्य किरदार संग्राम के हंगामे और उसकी रक्त-रंजित आत्मकथा पढ़ने को मिलेगी | संग्राम कविता से प्रेम करता है और उसकी तलाश में भटक रहा है | ये सीरीज संग्राम की आपबीती की कहानी है जिसने अकेले ही संगठित कुख्यात माफिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी और अंडरवर्ल्ड में कोहराम मचा दिया |


सागरपुत्र सीरीज के उपन्यास :-

1 सागर पुत्र

2 आतिश

3 समुंद्र मेरी मुट्ठी में

4 आक्रोश

5 अखनातून

6 सागर सम्राट

7 मादम गारथा के शिकारी


शालयार खान सीरीज के उपन्यास :-

1 शालयार खान

2 शाहबाज

3 दरिंदा

4 कहर

5 दोजख

6 बारूद

7 शिकस्त

8 बेरहम

9 शहंशाह

10 शतरंज

11 फतवा

12 ऐलान ए जंग

13 लावा


विजय सीरीज के उपन्यास :-

1 एक कत्ल और सही 

2 लाश का प्रतिशोध

3 शिकार शैतान के

4 कत्ल एक कातिल का

5 जरूरत है कातिल की

6 सितारों का बादशाह रेगिस्तान के शिकारी

7 सितारों का बादशाह रेगिस्तान का षड्यंत्र

8 सितारों का बादशाह रेगिस्तान के लुटेरे

9 सितारों का बादशाह रेगिस्तान का नक्शा

10 रक्तद्विप तोरा तोरा तोरा

11 रक्तद्वीप तोरा तोरा तोरा का खजाना

12 रक्तद्विप तोरा तोरा तोरा के पुजारी

13 दहशत पिरामिडों का आतंक

14 दहशत कालापहाड़

15 शुक्रग्रह की शहजादी

16 मौत एक गद्दार की

17 मृत्युदूत

18 जिंदा का कब्रिस्तान

19 कत्ल न होने दूंगा 

20 मौत के खरीददार

21 लाश का अपहरण

22 रूहो की राजकुमारी

23 निशाना चूक ना जाये

24 काली नकाब

25 मौत सस्ती है

26 पिस्तौल के खिलाड़ी

27 कत्ल होने दो

28 लाल तिल

29 कतले आम

30 हसीन लाश

31 तमचा जान

32 शैतान के शिकार

33 कामिला लेबनान में हंगामा

34 कामीला मौत का सम्राट

35 बॉबी का कातिल

36 शिकार

37 मौत ने पुकारा

38 सफेद बिच्छू

39 उस रात से पहले

40 जुनून मौत का

41 सुनहरा मौती

42 मौत आती है

43 मौत की बस्ती

44 पान का बादशाह

45 नीली आंखों वाली लड़की ऑपरेशन ब्लास्ट

46 नीली आंखों वाली लड़की

47 सुनहरी नागिन

48 हीरो की घाटी

49 मौत ही मौत

50 आंधी मौत

51 काली बस्ती काले लोग

52 हथियार फैंक दो

53 मौत मेरे पीछे

54 कातिलों के बीच

55 तीसरी आंख

56 कातिलों की बस्ती

57 शैतान की ओलाद

58 मौत के फरिश्ते

59 हत्यारों की बस्ती

60 काला बिच्छू

61 सन्नाटे का कातिल

62 जान के दुश्मन

63 मौत का उपहार

64 अधूरी लाशे

65 अंतरिक्ष का खुदा


राज भारती जी की लिखी सागर और विजय सीरीज से ये 3 पार्ट भी बहुत फेमस हुए थे:-

1 तोरा तोरा तोरा

2 तोरा तोरा तोरा के पुजारी

3 तोरा तोरा तोरा का खज़ना


राज भारती जी आज हमारे बीच नहीं है पर अपने उपन्यासों के माध्यम से वे सदा पाठकों के हृदय में बसे रहेंगे।


10 टिप्‍पणियां:

  1. एक करन धारीवाल सीरीज भी लिखी थी। उस सीरीज के एक नॉवेल का नाम कमांडर था।

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    1. जी एक पोस्ट और अपलोड करूंगा जिसमे बाकी सभी सीरीज और उनकी जानकारी दूंगा 🙏

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  2. राजभारती के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी देने के लिए Thanks भाई।

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  3. करन धारीवाल
    1 जल्लाद
    2 आतंक
    3 माफिया
    4 सुप्रिमो
    5 कारनामा
    6 करिश्मा

    प्रितम शोरी
    1 मेरी जंग
    2 मौत न बख्सेगी
    3 हमसे है जमाना
    4 जुर्म का नशा
    5 मेरा फैसला
    6 इंसाफ का कांटा
    7 जाल
    8 काले चेहरे

    मीरा ठाकुर
    1 जिंदाबाद मीरा ठाकुर
    2 शाहिना
    3 शरारा

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    1. जी एक पोस्ट और दूंगा जिसमे बाकी सभी सीरीज के नाम और कुछ जानकारी देंगे 🙏

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  4. रवि चौधरी
    1 खून खराबा
    2 खून के छीटें
    3 दौलत खुदा नहीं
    4 किए की सजा
    5 हाहाकार

    सागर
    1 ऑपरेशन गिनोरा
    2 मिस्टर डेथ
    3 जान हथेली पर
    4 जी हां कातिल हूं

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    1. जी अगली पोस्ट में बाकी सभी सीरीज के बारे में जानकारी अपलोड करूंगा 🙏

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  5. Raj bharti ji ke horror series ke upanyaso ki list update karne ki kripa kare

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